कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥ ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी ॥ शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा…॥ मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥ तुरत षडानन आप पठायउ। https://online28382.levitra-wiki.com/1024920/everything_about_shiv_chalisa_lyricsl